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Best Home Remedy

प्राकृतिक घरेलू उपचार

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Keep yourself healthy according to the weather

Keep yourself healthy according to the weather


Not every season of the year is uniform, therefore, with changing weather, we should make changes in food and environment according to the weather.


winter season-

1. It is beneficial for you to eat green vegetables and fresh fruits in such weather. Add ginger, ginger and garlic to the food. Prioritize hot-tasting food.

2. In this season, your digestion capacity remains stable, because of this, it is easily digested. Along with changing weather, there is considerable change in food habits.
Keep yourself healthy according to the weather Not every season of the year is uniform, therefore, with changing weather, we should make changes in food and environment according to the weather. winter season- 1. It is beneficial for you to eat green vegetables and fresh fruits in such weather. Add ginger, ginger and garlic to the food. Prioritize hot-tasting food. 2. In this season, your digestion capacity remains stable, because of this, it is easily digested. Along with changing weather, there is considerable change in food habits.

Best Home Remedy in Hindi


मौसम के अनुसार रखें स्वयं को स्वस्थ
मौसम के अनुसार रखें स्वयं को स्वस्थ साल का हर मौसम एक जैसा नहीं होता इसलिए बदलते मौसम के साथ हमें मौसम के अनुसार ही खान-पान और वातावरण में परिवर्तन करना चाहिए। सर्दियों का मौसम- 1.ऐसे मौसम में हरी सब्जियों और ताजे फलों का सेवन आपके लिए फायदेमंद होता है।घी, अदरक और लहसुन को भोजन में शामिल करें। गर्म तासीर वाले भोजन को प्राथमिकता दें। 2.इस मौसम में आपकी पाचन क्षमता दुरुस्त रहती है, इस वजह से जो भी खाते हैं, वो आसानी से पच जाता है। मौसम बदलने के साथ ही खान-पान में भी पर्याप्त बदलाव आ जाता है। 3.सर्दियों में ठंड बढ़ने के साथ ही सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों के अलावा अन्य बीमारियां भी होने लगती हैं। इसलिए अपने आहार में शरीर को गर्मी प्रदान करने वाली चीजों को शामिल कर आप सर्दियों में खुद को स्वस्थ रखें। 4.सर्दी के मौसम में अपने आहार में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जो शरीर को गर्मी प्रदान करने वाली हों। तीनों समय के खाने में उन चीजों को शामिल करें, जिनसे आपके शरीर के लिए जरूरी कैलरी के साथ-साथ प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन, खनिज लवण की कमी पूरी हो जाये। अपने भोजन में एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर वस्तुओं को शामिल करें। 5.इस मौसम में शरीर में मॉइस्चर कम होने लगता है, जिसकी वजह से त्वचा शुष्क हो जाती है। इससे बचने के लिए तरल चीजों का सेवन करें। भले ही प्यास ना लगे, पर दिनभर में सात-आठ गिलास पानी पिएं। फलों का जूस तथा गन्ने और सब्जियों का जूस भी पिएं। सब्जियों का जूस गर्म होने के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर होता है। जूस बनाने के लिए गाजर, चुकंदर, आंवला, पुदीना, पालक और पत्ता गोभी का इस्तेमाल करें। इसमें खीरा भी डाल सकते हैं। गर्मियों का मौसम- 1.इस मौसम में खान-पान पर विशेष ध्‍यान देने की जरूरत होती है। गेहूं, जौ, सत्तू, चावल, खीरा, ठंडे पदार्थो और कच्चे आम के जूस, ककड़ी तरबूज का सेवन फायदेमंद होता है। नमकीन, चटपटे, गरम व मसालेदार पदार्थो का सेवन बिलकुल भी न करें। 2.इस मौसम में बाहरी तापमान बढ़ने से हमारे शरीर का ताप भी बढ़ जाता है, जिससे हमारे शरीर में पानी की कमी हाेने लगती है इसलिए हमें ऐसा खान-पान रखना चाहिए, जो शरीर को ठंडा रखे। गर्मियों में हमारा पाचन-तंत्र भी कमजोर पड़ जाता है, इसलिए जरूरी है कि ताजा और हल्का भोजन ही किया जाए। 3.इस मौसम में बढ़ते तापमान की वजह से संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है इसलिए इस मौसम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। रोजाना नियमित स्नान करें। 4.इस मौसम में दही, मट्ठा और ठंडा तरल पदार्थ पीएं क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में पोटैशियम और सोडियम होता है जो शरीर को डि-हाइड्रेड होने से बचाता है। 5.गर्मी में घर से बाहर निकलने के पहले 2 गिलास पानी जरूर पी लेना चाहिए। टमाटर, खरबूज, खीरा ककड़ी और प्याज का उपयोग करते रहना चाहिए। इन चीजों से पेट की सफाई होती है और अंदरूनी गर्मी शांत होती है। बरसात का मौसम- 1.बरसात के दिनों में पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है इसके कारण खान-पान पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इस मौसम में हल्का व शीघ्र पचने वाला आहार लेना चाहिए जो की आसानी से पच जाये। 2.बरसात के मौसम में गरिष्ठ भोजन, तले हुए चटपटे स्वाद वाले पदार्थों का सेवन से परहेज करना चाहिए। इस मौसम में छीलके वाली मूंग के दाल का सेवन करना फायदेमंद होगा यह रोग प्रतिरोधक व शक्तिवर्धक है। साग-सब्जी व फल अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाना चाहिए। खान-पान में तोराई, लौकी और फलों का सेवन करें जैसे आम व जामुन लाभदायक है। 3.बरसात में ऐसे कपड़ें पहने जो गीले होने पर जल्दी सुख जाये इसमें नाइलॉन, सिंथसेटिक कपड़े ऐसे होते है, जो जल्दी सुख जाते हैं। बारिश में भींगने पर कपड़े बदलना जरूरी है. क्योंकि बारिश में भींगने से सर्दी, खासी, बुखार और वायरल जैसी बीमारियां हो सकती है। 4.रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, घर में मक्खी न आये, इसके लिए फिनाइल से सफाई करें। खाने-पीने की सामान को कभी खुला न छोड़े, बरसात के पूर्व बच्चों को टायफायड व हेपेटाइटिस की वैक्सीन लगवाएं, हमेशा ताजा व गरम भोजन का सेवन करें। बासी भोजन व पहले से कटे हुए फलों का सेवन न करें। 5.बरसात के मौसम में बच्चे व बुजुर्ग ज्यादा बीमार होते हैं इसलिए उनकी देखभाल की जरूरत भी ज्यादा होती है। बच्चों के शरीर में बीमारी जल्दी प्रवेश कर जाती है बच्चों में बीमारियों से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता व्यस्कों की अपेक्षा काफी कम होती है।
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